किचन वेस्ट से ऐसे तैयार करें पौधों के लिए अमृत जैसा कम्पोस्ट, जानिए Step by Step प्रोसेस

Make Compost from Kitchen Waste: घर के किचन से निकलने वाले कचरे को आमतौर पर हम बेकार समझ कर फेंक देते हैं। हालांकि, यह कचरा पौधों के लिए एक उत्कृष्ट खाद (कम्पोस्ट) का काम कर सकता है।
कम्पोस्टिंग के इस प्रक्रिया के जरिए हम न केवल पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में योगदान देते हैं बल्कि अपने बगीचे को भी पोषण देते हैं। आइए जानते हैं कि किचन वेस्ट से कम्पोस्ट कैसे तैयार किया जा सकता है।
अपने किचन के कचरे से पौधों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर कम्पोस्ट बनाना न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि यह आपके बगीचे को भी फलने-फूलने में मदद करता है।
किचन वेस्ट से कम्पोस्ट बनाने की प्रक्रिया सरल है और इसे घर पर ही कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसकी स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस।
स्टेप 1 – कचरा एकत्रित करना
किचन से निकलने वाले जैविक कचरे जैसे कि सब्जी और फलों के छिलके, कॉफी की पिट्ठी, चाय की पत्ती, अंडे के खोल आदि को एकत्रित करें। इन्हें आप एक सूखी और हवादार जगह पर एक बड़े कंटेनर में रखें। मांस और डेयरी उत्पादों को कम्पोस्ट में न डालें क्योंकि ये बदबू और कीटाणुओं का कारण बन सकते हैं।
स्टेप 2 – कंटेनर का चयन
कम्पोस्ट बनाने के लिए पहला कदम है एक उपयुक्त कम्पोस्ट बिन का चयन करना। आप बाजार से एक खरीद सकते हैं या घर पर ही पुराने ड्रम, बड़े कंटेनर्स या प्लास्टिक बिन्स का उपयोग कर सकते हैं।
बिन के तल में छिद्र होने चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके और आवश्यक हवादारी हो।
स्टेप 3- किचन वेस्ट इकट्ठा करें
किचन से निकलने वाले जैविक कचरे जैसे कि सब्जियों के छिलके, फलों के रेशे, चाय की पत्तियाँ, कॉफी ग्राउंड्स आदि को इकट्ठा करें। मांस और डेयरी उत्पादों को कम्पोस्ट में न डालें क्योंकि ये दुर्गंध और कीड़े आकर्षित कर सकते हैं।
स्टेप 4 – गिले और सूखे कचरे का बेलेन्स
हरे और भूरे पदार्थों का संतुलन बनाएं कम्पोस्टिंग के लिए हरे पदार्थ (किचन वेस्ट) और भूरे पदार्थ (सूखे पदार्थ) का सही संतुलन महत्वपूर्ण है।
आम तौर पर, भूरे पदार्थों की मात्रा हरे पदार्थों की तुलना में अधिक होनी चाहिए। इस संतुलन से कम्पोस्टिंग प्रक्रिया सही ढंग से होती है।
स्टेप 5- कम्पोस्ट की परतें बिछाना
कंटेनर में सबसे नीचे मोटी परत के रूप में सूखे पत्ते या टूटी हुई टहनियाँ बिछाएं।
स्टेप 6- नियमित रूप से मिलाएं
कम्पोस्ट बिन में मौजूद सामग्री को हर हफ्ते अच्छी तरह मिलाएं। इससे हवा का संचार होता है और कम्पोस्टिंग प्रक्रिया तेजी से होती है।
स्टेप 7- नमी का ध्यान रखें
कम्पोस्ट बिन में नमी का स्तर न तो बहुत अधिक होना चाहिए और न ही बहुत कम। अगर कम्पोस्ट सूखा है तो उसमें थोड़ा पानी डालें और अगर बहुत गीला है, तो उसमें सूखी पत्तियाँ या अखबार डालकर संतुलित करें।
स्टेप 8 – कम्पोस्ट का उपयोग करें
कुछ महीनों में, कम्पोस्ट तैयार हो जाएगा। इसे अपने बगीचे में बतौर खाद का उपयोग करें। तैयार कम्पोस्ट काला, खुशबूदार और मिट्टी की तरह होना चाहिए।
इस प्रकार, किचन वेस्ट से कम्पोस्ट बनाना सिर्फ पर्यावरण के लिए ही नहीं, बल्कि आपके पौधों के लिए भी अमृत के समान है। यह प्रक्रिया बहुत ही सरल और प्रभावी है और इसे घर पर आसानी से किया जा सकता है।
कम्पोस्टिंग के लिए एक उपयुक्त कंटेनर चुनें। यह कंटेनर खुला हुआ होना चाहिए ताकि हवा आसानी से अंदर जा सके। कंटेनर के तल में छेद होने चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके।